परिचय
महाराष्ट्र के नागपुर में सोमवार को हुई Nagpur violence ने पूरे देश का ध्यान खींचा है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना को “पूर्वयोजित षड्यंत्र” बताते हुए विधानसभा में बयान दिया कि विक्की कौशल की फिल्म छावा ने छत्रपति संभाजी के बलिदान की कहानी दिखाकर लोगों में औरंगजेब के प्रति गुस्सा भड़का दिया। हालांकि, उन्होंने शांति बनाए रखने की अपील की। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला, क्यों लगा कर्फ्यू, और कैसे फिल्म ने बढ़ाया तनाव?
Nagpur violence की क्रमवार जानकारी
- घटना का कारण:
- विश्व हिंदू परिषद (VHP) के कार्यकर्ताओं ने औरंगजेब की प्रतीकात्मक कब्र जलाई और उनकी कब्र को महाराष्ट्र से हटाने की मांग की।
- अफवाह फैली कि एक धार्मिक किताब जलाई गई, जिससे साम्प्रदायिक तनाव भड़का।
- Nagpur violence का स्वरूप:
- प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी की, वाहनों में आग लगाई, और पुलिस पर हमला किया।
- नुकसान: 15+ पुलिसकर्मी घायल, 50+ वाहन क्षतिग्रस्त, कई दुकानें लूटी गईं।
- कर्फ्यू और सुरक्षा व्यवस्था:
- 11 पुलिस स्टेशन क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया।
- ड्रोन निगरानी और RAF की टीमें तैनात।
सीएम फडणवीस का बयान: “छावा फिल्म ने भड़काया गुस्सा”
- फिल्म का प्रभाव: छत्रपति संभाजी की जीवनी पर आधारित फिल्म छावा ने लोगों में औरंगजेब के प्रति रोष बढ़ाया।
- षड्यंत्र का आरोप: “यह Nagpur violence पूर्वयोजित थी। कुछ लोगों ने खास घरों और व्यवसायों को निशाना बनाया।”
- अपील: “महाराष्ट्र शांति का प्रतीक है। कानून हाथ में लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।”
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औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद क्यों?
- स्थान: Chatrapati संभाजीनगर (पूर्व औरंगाबाद) में स्थित।
- मांग: कुछ हिंदू संगठनों का दावा है कि औरंगजेब ने संभाजी महाराज की हत्या की थी, इसलिए उनकी कब्र महाराष्ट्र में नहीं होनी चाहिए।
- इतिहास: 2022 में भी इस मुद्दे पर विवाद हुआ था।
Nagpur violence में कर्फ्यू क्यों लगा?
- तनाव नियंत्रण: हिंसा रोकने और साम्प्रदायिक टकराव से बचने के लिए।
- कर्फ्यू क्षेत्र: कोतवाली, गणेशपेठ, लकड़गंज, पचपौली समेत 11 इलाके।
- नियम: शाम 6 बजे से सुबह 8 बजे तक सख्त पाबंदी, आपातकालीन सेवाएं छूट।
FAQs: Nagpur violence से जुड़े सवाल-जवाब
- नागपुर शहर का पुराना नाम क्या है?
- नागपुर का ऐतिहासिक नाम “फणकागिरी” (सर्प पहाड़ियों का शहर) था।
- औरंगजेब की कब्र कहाँ है?
- चhatrapati संभाजीनगर (महाराष्ट्र) में, जिसे पहले औरंगाबाद कहा जाता था।
- आज नागपुर में क्या हुआ? (Live Updates)
- हिंसा पर काबू पा लिया गया है। कर्फ्यू हटाने की समीक्षा चल रही है।
- नागपुर में दंगे क्यों हुए?
- औरंगजेब की कब्र विवाद और धार्मिक किताब जलाने की अफवाह ने तनाव बढ़ाया।
- UCN News के अनुसार नागपुर की लेटेस्ट खबर क्या है?
- 50+ गिरफ्तारियाँ, पुलिस ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ केस दर्ज किए।
- कल नागपुर में क्या हुआ था? (Yesterday’s News)
- हिंसा के बाद कर्फ्यू लगा, 15 पुलिसकर्मी घायल हुए, और शहर में तनाव की स्थिति रही।
- नागपुर आज मराठी समाचार क्या बताते हैं?
- स्थानीय मीडिया के अनुसार, प्रशासन ने शांति बहाली के लिए संवाद शुरू किया है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
- विपक्ष: शिवसेना (UBT) के आदित्य ठाकरे ने कहा – “मुख्यमंत्री के गृहजिले में कानून व्यवस्था चरमराई।”
- NCP: सुप्रिया सुले ने शांति की अपील की और अफवाहों पर विश्वास न करने को कहा।
- कांग्रेस: पवन खेड़ा ने सरकार पर “इतिहास को हथियार बनाने” का आरोप लगाया।
निष्कर्ष
Nagpur violence इतिहास और वर्तमान के बीच की खाई को उजागर करती है। फिल्मों और राजनीतिक बयानों का समाज पर गहरा प्रभाव होता है, इसलिए ज़िम्मेदारी से संवाद करना ज़रूरी है। अब प्रशासन का लक्ष्य शांति बहाल करना और दोषियों को सज़ा दिलाना है। आम नागरिकों से अपील है कि अफवाहों से दूर रहें और शांति बनाए रखने में सहयोग करें।