Sofia Qureshi प्रस्तावना: जब भारतीय बेटियाँ मोर्चा संभालती हैं
भारतीय सेना सदैव से वीरता और पराक्रम का प्रतीक रही है, लेकिन आज के दौर में जब Sofia Qureshi अधिकारी युद्धभूमि से लेकर रणनीतिक संचालन तक की कमान संभाल रही हैं, तब ये यकीन और पुख्ता हो जाता है कि भारत की बेटियाँ भी किसी से कम नहीं। इसी कड़ी में एक नाम है जिसने न केवल देश बल्कि पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया — लेफ्टिनेंट कर्नल सोफ़िया क़ुरैशीSofia Qureshi ।
कौन हैं लेफ्टिनेंट कर्नल Sofia Qureshi ?
लेफ्टिनेंट कर्नल Sofia Qureshi भारतीय सेना की सिग्नल कोर से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने साल 2016 में आयोजित बहुराष्ट्रीय फील्ड ट्रेनिंग एक्सरसाइज़ “फोर्स 18” में 40 सदस्यीय भारतीय दल का नेतृत्व किया था। ये उपलब्धि उन्हें भारतीय सेना की पहली महिला अधिकारी बनाती है जिन्होंने किसी अंतरराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में भारत का नेतृत्व किया।
हालिया चर्चा में क्यों हैं Sofia Qureshi ?
2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच भारतीय सेना ने एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन “सिंदूर नाम” अंजाम दिया। इस ऑपरेशन की जानकारी देने के लिए दो महिला अधिकारी सामने आईं, जिनमें से एक थीं Sofia Qureshi । उन्होंने स्पष्ट और सशक्त शब्दों में ऑपरेशन के उद्देश्य, परिणाम और संदेश को देश के सामने रखा।
परिचय: Sofia Qureshi की पृष्ठभूमि
जन्म स्थान: गुजरात
शैक्षणिक योग्यता: बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएट
परिवारिक पृष्ठभूमि: सैन्य परिवार से ताल्लुक — दादा भारतीय सेना में थेवैवाहिक स्थिति: पति भी भारतीय सेना की की प्रमुख उपलब्धियाँ
1. फोर्स 18 अभ्यास में ऐतिहासिक नेतृत्व (2016)
भारत में अब तक का सबसे बड़ा ग्राउंड मिलिट्री अभ्यास
आसियान प्लस देशों की भागीदारी
40 भारतीय सैनिकों का नेतृत्व, जिनमें महिला और पुरुष दोनों शामिल थे
यह किसी महिला अधिकारी द्वारा पहली बार था जब उन्हें इस प्रकार के अभ्यास में कमान सौंपी गई
2. संयुक्त राष्ट्र शांति सेना में सेवा
2006 में कॉन्गो में सेवा
ट्रेनिंग और शांति अभियानों में उल्लेखनीय योगदान
महिला सैन्य अधिकारियों के लिए रोल मॉडल बनकर उभरीं
3. ‘ऑपरेशन सिंदूर नाम’ में रणनीतिक योगदान
अप्रैल 2025 में पहलगाम हमले के बाद की जवाबी कार्रवाई
ऑपरेशन की जानकारी देने के लिए सेना की तरफ़ से प्रेस कॉन्फ्रेंस की
मीडिया के सामने भारतीय सेना की तैयारियों और महिला सहभागिता का परिचय दिया
ऑपरेशन सिंदूर नाम: सेना की सख्त चेतावनी
22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में एक बड़े आतंकवादी हमले में 26 लोग शहीद हुए। इसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया। इस साहसी ऑपरेशन का नाम दिया गया “सिंदूर नाम” — जिसका आशय है “धरती को आतंक के सिंदूर से मुक्त करना”।
इस ऑपरेशन की मुख्य बातें:
रात में किया गया गुप्त ऑपरेशन
हाई प्रिसिशन एयरस्ट्राइक्स और ग्राउंड फोर्सेज की कार्रवाई
सेना की दो महिला अधिकारियों ने मीडिया को जानकारी दी
एक महिला अधिकारी थी — सोफ़िया क़ुरैशी और दूसरी — विंग कमांडर व्योमिका सिंह
भारतीय महिला सैन्य अधिकारी और बढ़ती भागीदारी
लेफ्टिनेंट कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी केवल एक नाम नहीं, बल्कि उस बदलाव की प्रतीक हैं जो भारतीय सेना में महिलाओं की भूमिका को नई पहचान दिला रहा है। अब महिलाएँ न केवल मेडिकल और तकनीकी कोर तक सीमित हैं, बल्कि रणनीति, नेतृत्व और युद्ध संचालन में भी सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।
व्योमिका सिंह: आसमान की एक और नायिका
लेफ्टिनेंट कर्नल Sofia Qureshi के साथ मीडिया को जानकारी देने वाली दूसरी महिला अधिकारी थीं — विंग कमांडर व्योमिका सिंह। वे भारतीय वायुसेना की हेलीकॉप्टर पायलट हैं और उन्होंने 2500+ घंटे की उड़ान पूरी की है।
उनके बारे में प्रमुख तथ्य:
इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि
NCC कैडेट रही हैं
2019 में फ्लाइंग ब्रांच में नियुक्ति
पूर्वोत्तर भारत व जम्मू-कश्मीर में रेस्क्यू मिशन में योगदान
महिलाओं की भागीदारी क्यों है महत्वपूर्ण?
1. सोच: महिलाएँ भी जटिल सैन्य निर्णयों को लेने में पूरी तरह सक्षम हैं।
2. नेतृत्व क्षमता: सोफ़िया क़ुरैशी जैसे उदाहरण प्रेरणा हैं कि महिलाएँ नेतृत्व की ज़िम्मेदारी बखूबी निभा सकती हैं।
3. प्रेरणा स्रोत: आने वाली पीढ़ियों के लिए ये महिलाएँ आदर्श बनती हैं।
4. सेना का आधुनिकीकरण: विविधता सेना को अधिक लचीला और सशक्त बनाती है।
सोशल मीडिया पर प्रशंसा
Sofia Qureshi की वीरता और नेतृत्व को रक्षा मंत्रालय और सोशल मीडिया पर सराहा गया। उनके फोटो, वीडियो और उद्धरण तेजी से वायरल हुए और लोगों ने उन्हें “भारत की लक्ष्मीबाई”, “मॉडर्न नायिका” और “बेटी से प्रेरणा” जैसे संबोधन दिए।
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1: सोफ़िया क़ुरैशी कौन हैं?
उत्तर: सोफ़िया क़ुरैशी भारतीय सेना की एक वरिष्ठ महिला अधिकारी हैं जो सिग्नल कोर में कार्यरत हैं। उन्होंने 2016 में फोर्स 18 अभ्यास का नेतृत्व किया और हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर नाम की जानकारी प्रेस को दी।
Q2: ऑपरेशन सिंदूर नाम क्या है?
उत्तर: यह एक सैन्य कार्रवाई थी जिसमें भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया। यह कार्रवाई पहलगाम हमले के जवाब में की गई थी।
Q3: सोफ़िया क़ुरैशी की शिक्षा और परिवारिक पृष्ठभूमि क्या है?
उत्तर: उन्होंने बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है और उनका संबंध एक सैन्य परिवार से है। उनके दादा भारतीय सेना में थे और उनके पति भी सेना में अधिकारी हैं।
Q4: क्या Sofia Qureshi ने UN मिशन में भी भाग लिया है?
उत्तर: हाँ, उन्होंने 2006 में संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना में कॉन्गो में सेवा दी थी।
Q5: भारतीय सेना में महिलाओं की भूमिका क्या है?
उत्तर: अब महिलाएँ सेना के हर क्षेत्र में शामिल हो रही हैं — युद्धभूमि, रणनीति, हेलीकॉप्टर पायलट, इंजीनियरिंग, मेडिकल और लॉजिस्टिक आदि में। सोफ़िया क़ुरैशी इसका सबसे अच्छा उदाहरण हैं।
निष्कर्ष
लेफ्टिनेंट कर्नल Sofia Qureshi न केवल भारतीय सेना की गर्व हैं, बल्कि वे भारत की प्रत्येक लड़की के लिए प्रेरणा हैं जो बड़े सपने देखती है। उनका जीवन संदेश देता है कि कठिन परिश्रम, अनुशासन और समर्पण से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है।