Kumar Vishwas की बेटी की शादी में पहुंचे जीतू पटवारी, सोशल मीडिया पर मचा बवाल!
शादी में उमड़ा सियासी जमावड़ा
प्रसिद्ध कवि और आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता Kumar Vishwas की बेटी अग्रता शर्मा की शादी हाल ही में संपन्न हुई। इस शुभ अवसर पर दिल्ली में एक विशेष आशीर्वाद समारोह आयोजित किया गया, जिसमें कई बड़े राजनीतिक चेहरे शामिल हुए। इस समारोह की खास बात यह रही कि इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कांग्रेस के कई दिग्गज नेता भी पहुंचे।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी भी इस समारोह में शामिल हुए। उन्होंने समारोह की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं, जिसके बाद वे अचानक विवादों में घिर गए। यूजर्स ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया और उनके पुराने बयानों को याद दिलाते हुए जमकर निशाना साधा।
जीतू पटवारी क्यों हुए ट्रोल?
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी को लेकर सोशल मीडिया पर जबरदस्त चर्चा छिड़ गई है। वजह यह है कि वे Kumar Vishwas की बेटी की शादी में शामिल हुए और इसकी तस्वीरें साझा कीं। लेकिन लोगों को याद आ गया कि कुमार विश्वास ने एक समय पर राहुल गांधी को ‘पप्पू’ कहा था।
इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने पुराने ट्वीट्स और बयानों को निकालकर पटवारी पर सवाल उठाने शुरू कर दिए। आदित्य ओझा नाम के एक यूजर ने लिखा, “सब शुरुआत यहीं से हुई थी। अब आप खुद तय करें कि यह सही है या गलत!” इसी तरह, प्रो इलाहाबादी नाम के एक अन्य यूजर ने लिखा, “जो अपनों का नहीं हुआ, वो किसी और का क्या होगा? मुझे यकीन है कि जीतू पटवारी संघी एजेंट हैं।”
क्या राहुल गांधी को भूल गए Kumar Vishwas?
यह विवाद इसलिए गहराया क्योंकि Kumar Vishwas पहले राहुल गांधी पर तीखे हमले करते रहे हैं। उनके ‘पप्पू’ कहने के बाद यह शब्द कांग्रेस के विरोधियों द्वारा चुनावों में राहुल गांधी पर हमला करने के लिए इस्तेमाल किया गया था। यह वही शब्द था जिसने राहुल गांधी की छवि को कमजोर किया था।
अब जब जीतू पटवारी, जो राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं, उसी कुमार विश्वास के परिवार के समारोह में पहुंचे, तो सवाल उठने लाजमी थे। कई कांग्रेस समर्थकों ने इसे अस्वीकार्य बताया और पटवारी पर सवाल उठाए कि वे आखिर क्यों कुमार विश्वास के समारोह में गए।
कांग्रेस के अन्य नेताओं की भी हो चुकी है आलोचना
जीतू पटवारी पहले ऐसे कांग्रेस नेता नहीं हैं, जिन्हें Kumar Vishwas के साथ दिखने पर आलोचना झेलनी पड़ी हो। इससे पहले भी कई कांग्रेस नेता उनके साथ देखे गए हैं, जिससे पार्टी के समर्थकों में असंतोष रहा है। लेकिन इस बार पटवारी की मौजूदगी इसलिए ज्यादा सुर्खियों में आई क्योंकि वे मध्य प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष हैं और पार्टी में राहुल गांधी के खास माने जाते हैं।
क्या जीतू पटवारी की छवि को नुकसान पहुंचेगा?
यह देखना दिलचस्प होगा कि इस विवाद का जीतू पटवारी और कांग्रेस की राजनीति पर क्या असर पड़ता है।
- क्या यह मामला जल्द शांत हो जाएगा, या फिर पटवारी को सफाई देनी पड़ेगी?
- क्या राहुल गांधी और कांग्रेस आलाकमान इस पर कोई प्रतिक्रिया देंगे?
- क्या भाजपा इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश करेगी?
राजनीति में दोस्त और दुश्मन बदलते रहते हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर पुरानी बातें आसानी से नहीं भुलाई जातीं।
निष्कर्ष
Kumar Vishwas की बेटी की शादी एक सामाजिक आयोजन था, लेकिन इसमें शामिल नेताओं के कारण यह राजनीतिक बहस में बदल गया। जीतू पटवारी की उपस्थिति ने सोशल मीडिया पर भूचाल ला दिया और लोग उन्हें उनकी राजनीतिक प्रतिबद्धता की याद दिलाने लगे।
अब देखना यह है कि कांग्रेस इस पूरे विवाद को किस तरह से संभालती है और क्या जीतू पटवारी को इस मामले में कोई सफाई देनी पड़ेगी या नहीं। राजनीति में रिश्ते और समीकरण बदलते रहते हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर कुछ भी हमेशा के लिए दर्ज हो जाता है।